Hariprasad chaurasia biography in hindi language

अनजान बच्चे से बांसुरी लेकर छुए दिल के तार, 13 साल की उम्र ...

हरिप्रसाद चौरसिया

हरिप्रसाद चौरसिया या पंडित हरिप्रसाद चौरसिया (जन्म: १ जुलाई १९३८इलाहाबाद) प्रसिद्ध बांसुरी वादक हैं। उन्हे भारत सरकार ने १९९२ में पद्म भूषण तथा सन् २००० में पद्मविभूषण से सम्मानित किया था।

जीवन परिचय

[संपादित करें]

पंडित हरिप्रसाद चौरसिया जी का जन्म 1 जुलाई, 1938 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में हुआ था। इनके पिता पहलवान थे। उनकी माता का निधन उस समय जब वह पांच साल के ही थे। हरिप्रसाद चौरसिया का बचपन गंगा किनारे बनारस में बीता। उनकी शुरुआत तबला वादक के रूप में हुई। अपने पिता की मर्जी के बिना ही पंडित हरिप्रसाद जी ने संगीत सीखना शुरु कर दिया था। वह अपने पिता के साथ अखाड़े में तो जाते थे लेकिन कभी भी उनका लगाव कुश्ती की तरफ नहीं रहा।

संगीत की शिक्षा

[संपादित करें]

अपने पड़ोसी पंडित राजाराम से उन्होंने संगीत की बारीकियां सीखीं। इसके बाद बांसुरी सीखने के लिए वे  वाराणसी के पंडित भोलानाथ प्रसाना के पास गए। संगीत सीखने के बाद उन्होंने काफ़ी समय ऑल इंडिया रेडियो के साथ भी काम किया।संग हरिप्रसाद चौरसिया - विकिपीडिया KEP